
एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। कोरोना काल में जहां लोग घरों में कैद हैं और लगातार एक जगह रहने से उनकी सेहत बिगड़ रही है, वहीं मौसम के बदलाव ने भी इन लोगों पर हमला बोल दिया है। लोग मौसमी बीमारी के शिकार हो रहे हैं।
मौसम में लगातार हो रहा उतार-चढ़ाव लोगों को बीमार बना रहा है। सर्दी-जुकाम और सांस रोगों के साथ लोग संक्रामक रोगों की चपेट में भी आने लगे हैं।
सरकारी अस्पतालों की ओपीडी के आंकड़े इसके सबूत हैं। यहां पिछले दस दिन में सर्दी-जुकाम के मरीज 60ः फीसदी बढ़े हैं, जबकि सांस रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या में कई गुना इजाफा हुआ है।
बदली-बारिश के बीच धूप के कारण कभी ठंड और कभी गर्मी हो रही है। इन हालात में मच्छर तेजी से पनपते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, तापमान में अचानक उतार-चढ़ाव के कारण लोग बुखार, त्वचा रोग और अस्थमा की चपेट में आ रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को हो रही है।
केजीएमयू में पिछले एक हफ्ते में चिकनगुनिया के आठ नए मरीज मिले हैं। केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के डॉ. डी हिमांशु ने बताया कि ऐसे मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इसके साथ इन्हें आसपास सफाई रखने और संक्रामक रोगों से बचने के लिए दूसरों से हाथ मिलाने से बचने को कहा गया है।
सावधानी ही बचाव
-आसपास सफाई रखें और पानी न भरने दें।
-पूरी आस्तीन के कपड़े पहने रहें।
-लोगों से हाथ मिलाने से बचें। संक्रमण फैल सकता है।
-मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
-अदरक, तुलसी, काली मिर्च, शहद का काढ़ा पिएं
-गीले कपड़े बिल्कुल न पहनें।-त्वचा पर दाग या खुजली होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
-पानी, ओआरएस व द्रव पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें।