
एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में बाहुबलियों की भरमार है। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एवं एसोसिएशन फॉर ड्रेमोक्रेटिक रिर्फोम्स ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में चुनाव लड़ने वाले 109 में 101 प्रत्याशियों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है, तो यह तथ्य सामने आये हैं। एसोसिएशन ने प्रेस काॅन्फे्रंस में यह जानकारी दी।
एडीआर-यूपी इलेक्शनवाच के स्टेट हेड संजय सिंह ने बताया कि 8 उम्मीदवारों के शपथ-पत्र स्पष्ट न होने के कारण उनका विश्लेषण नहीं किया गया।

आपराधिक पृष्ठभूमि
उत्तर प्रदेश उपचुनाव में 101 प्रत्याशियों में से 24 प्रत्याशियों (24 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले व 21 प्रत्याशियों (21 प्रतिशत ) ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। प्रत्याशियों में सबसे आपराधिक छवि के प्रत्याशी अब्दुल मतीन जो प्रतापगढ़ विधानसभा में पीस पार्टी की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरे नम्बर पर डॉक्टर नाजीन फातमा हैं जो समाजवादी पार्टी की ओर से रामपुर से चुनाव लड़ रही हैं वहीं तीसरे नम्बर पर नीरज त्रिपाठी हैं जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रतापगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। अगर बात करे दलगत आपराधिक उम्मीदवारों की तो बीएसपी में सबसे ज्यादा 5, बीजेपी में 3, कांग्रेस में 2, समाजवादी पार्टी में 2 आपराधिक प्रवृत्ति के प्रत्याशियों पर पार्टी ने दांव लगाया है।
वित्तीय पृष्ठभूमि
इस विधानसभा उपचुनाव में 101 प्रत्याशियों में से 35 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी सम्पत्ति एक करोड़ से ज्यादा है। सबसे ज्यादा सम्पत्ति अरून द्विवेदी है जो लखनऊ कैण्ट से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी 22 करोड़ से ज्यादा है। दूसरे नम्बर पर देवी प्रसाद तिवारी हैं जो कानपुर नगर से बीएसपी के प्रत्याशी हैं जिनकी सम्पत्ति 10 करोड़ से ज्यादा है। तीसरे नम्बर पर बीजेपी के टिकट पर कानपुर नगर से सुरेन्द्र मैथानी हैं। उप चुनाव में उम्मीदवारों की औसतन सम्पत्ति 1.59 करोड़ है। सबसे कम सम्पत्ति रामपुर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याषी शीवा खान की है जिन्होंने अपनी सम्पत्ति 4029 रूपये घोषित की है।
शैक्षिक योग्यता
101 प्रत्याशियों में से 31 (31 प्रतिशत) ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5 से 12 तक घोषित की है जबकि 61 प्रत्याशियों ने अपनी योग्यता स्नातक घोषित की है, 2 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक है।
उम्मीदवारों की आयु
विधानसभा उपचुनाव में 70 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 50 वर्ष के बीच घोषित की है। 61 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 51 से 70 वर्ष के बीच घोषित की है।
महिला प्रतिनिधित्व
इस विधानसभा उपचुनाव में 11 (11 प्रतिशत) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही है।