
एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में हजरत अली की शहादत पर ताबूत के जुलूस में अचानक सांड के घुसने से भगदड़ मच गई। सआदतगंज में छोटे साहब आलम रोड पर जुलूस में घुसा सांड 200 मीटर दूरी तक भीड़ के बीच बेकाबू होकर दौड़ता रहा। इस दौरान उसकी चपेट में आने से कुछ बच्चे घायल हो गए, जबकि उसे काबू करने में एक दर्जन युवा भी जख्मी हुए। गनीमत रही कि ताबूत तक पहुंचने से पहले सांड को एक गली में खदेड़ दिया गया, वरना कई और लोग चोटिल हो सकते थे। सोमवार सुबह हुई इस घटना के बाद जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम के अफसर एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ने में लगे हैं। रुस्तमनगर स्थित शबीह-नजफ से सोमवार सुबह 4:16 बजे ताबूत का जुलूस निकाला गया। कंधों पर ताबूत लिए नौजवान करीब सवा पांच बजे सआदतगंज के छोटे साहब आलम रोड के पास ताबूत हजरत अली (अ.स) पहुंचे। यहां से 100 मीटर आगे बढ़ते ही नूरबाड़ी की गली से एक सांड जूलूस में घुस आया। यहां भीड़ देख कर वह सींग से हमला करते हुए घंटा बेग गढ़ैया की तरफ दौड़ते हुए आगे बढ़ा। जुलूस में सांड देखकर भगदड़ मच गई। इसमें कई बच्चों समेत दर्जनों लोग घायल हो गए। सांड लोगों पर हमला करते हुए दौड़ता जा रहा था और भीड़ तितर-बितर होती जा रही थी। सांड ताबूत से कुछ ही दूर पर था कि कुछ नौजवान उसे काबू करने के लिए उसकी सींगों और गर्दन से लिपट गए। सांड सात-आठ नौजवानों को घसीटता हुआ आगे ले गया। इसी बीच ताबूत के आगे चल रहे करीब 35-40 लोगों ने घेरा बनाकर उसे पास की गली में खदेड़ दिया। इस दौरान लोगों के चेहरों पर खौफ दिख रही थी। सांड को काबू में करने के लिए सबसे पहले विक्टोरिया स्ट्रीट निवासी दानिश अब्बास ने उसकी सींग पकड़ी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, वजीरगंज निवासी ऐमर भी सांड पर टूट पड़े। इसी तरह छोटे साहब आलम रोड निवासी मो. फैजी, फैजान और ईशान समेत कई नौजवानों ने सांड को काबू में करने के बाद बाहर खदेड़ा।