एलायंस टुडे ब्यूरो
नई दिल्ली। पाबुक चक्रवाती तूफान थाईलैंड में कोहराम मचाने के बाद अंडमान की ओर मुड़ गया है। थाईलैंड के नखोन सी थम्मारात प्रांत में पाबुक ने काफी नुकसान किया है। अब यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ चुका है। इसकी पोर्ट ब्लेयर से दूरी तकरीबन 800 किलोमीटर बताई जा रही है। मौसम विभाग ने इस बात की आशंका जताई है कि यह तूफान 5 जनवरी को अंडमान सागर में पहुंच जाएगा। मौसम विभाग ने अंडमान के पास समुद्र की स्थिति को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार अंडमान आइलैंड, अंडमान समुद्र और बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों में 5 जनवरी से 7 जनवरी तक समुद्र अशांत रहेगा और ज्वार की स्थिति रहेगी। निकोबार आइलैंड के आसपास 6 जनवरी को समुद्र में काफी ऊंची लहरें उठ सकती हैं। मौसम विभाग ने मछुवारों से इस दौरान अंडमान समुद्र और बंगाल की खाड़ी के एक बड़े हिस्से में 5-8 जनवरी तक न जाने की हिदायत दी है।
तूफान अपनी दिशा बदलकर जायेगा उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ
मौसम विभाग के अनुसार, अंडमान सागर में पहुंचते ही तूफान अपनी दिशा बदलेगा और उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ चलकर अंडमान द्वीप समूह की ओर मुड़ जाएगा। चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने अंडमान दीप समूह के लिए यलो वॉर्निंग जारी कर दी है। येलो अलर्ट में लोगों को सचेत किया जाता है कि कोई दिक्कत हो सकती है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है। फिल्हाल थाईलैंड के नखोन सी थम्मारात प्रांत में पाबुक कोहराम मचा रहा है। तूफान के मद्देनजर पहले ही लगभग 7,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। लेकिन अभी भी 80000 से अधिक लोगों को बचाने का अभियान जारी है। आपदा रोकथाम एवं शमन विभाग के मंत्री उधोमपोर्न कान ने मीडिया को बताया कि इस तूफान से देश में पर्यटकों के साथ कुछ लोकप्रिय द्वीप प्रभावित हुए हैं, जहां उड़ानें और नौका सेवाएं रद कर दी गई हैं। मौसम विभाग के साइक्लोन सेंटर के मुताबिक, चक्रवाती तूफान पाबुक 6 जनवरी की शाम या रात में अंडमान दीप समूह को पार करेगा। जब यह चक्रवाती तूफान अंडमान द्वीप समूह को पार कर रहा होगा तो इसमें चलने वाली हवाओं की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। मौसम विभाग का ऐसा अनुमान है कि अंडमान द्वीप समूह को पार करने के बाद यह तूफान उत्तर उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ेगा और फिर उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ मुड़कर म्यांमार कोस्ट की तरफ रुख कर लेगा, लेकिन ऐसा अनुमान है कि 7 या 8 जनवरी को यह तूफान बंगाल की खाड़ी में ही कमजोर पड़ जाएगा।