एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। सार्वजनिक जीवन में काम ही लोगों में पहचान बनाता है, इसलिए काम में ईमानदारी बहुत जरूरी है। लेसा के सेवानिवृत्त उप मुख्य लेखाधिकारी मनीष श्रीवास्तव ने यह बात कही। वह अपने सेवानिवृत्ति के मौके पर अपने विदाई समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ‘हमें क्या मिला’ यह सोचने के बजाय हमने लोगों को क्या दिया, यह सोचने की जरूरत है। 27 जनवरी 1986 से तत्कालीन राज्य विद्युत परिषद में बतौर लेखाकार नौकरी शुरू करने वाले श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने अपने माता-पिता से अनुशासन सीखा और उसके बल पर ही सफल अफसर बने।
उन्होंने हर परिस्थितियों में लोगों को खुश रहने की सलाह दी। इससे पहले कार्यक्रम को लेसा के मुख्य अभियंता सिस विपिन जैन, नवनियुक्त उप मुख्य लेखाधिकारी फैययाज अहमद, अधीक्षण अभियंता राम नरेश सरोज, उप महाप्रबंधक एसके वर्मा, अधीक्षण अभियंता जेके पांडेय, अधीक्षण अभियंता पीएन मिश्रा, उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुहैल आबिद आदि ने संबोधित किया। उन्होंने सेवानिवृत्त उप मुख्य लेखाधिकारी के हंसमुख स्वाभाव की प्रशंसा की और उन्हें जीवन की अगली पारी खेलने के लिए शुभकामनाएं दीं।