एलायंस टुडे ब्यूरो
अमेरिका ने कहा है कि उसे भारतीय चुनावों की निष्पक्षता एवं ईमानदारी पर पूरा भरोसा है और चाहे जो भी जीते वह उसके साथ मिलकर काम करेगा। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मोर्गन ओर्तागस ने यहां कहा, ”मैं अमेरिका के नजरिए से कहूंगी कि हमें भारतीय चुनाव प्रक्रिया की ईमानदारी एवं निष्पक्षता पर पूरा भरोसा है और चाहे कोई भी जीते या जो भी परिणाम आए, हम उनके साथ मिलकर काम करेंगे।”
अमेरिका, भारतीय चुनाव आयोग की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र साख के कारण अन्य देशों के अपेक्षा भारत में अपने पर्यवेक्षक नहीं भेजता है। ओर्तागस ने कहा, ”हमारे भारत सरकार के साथ बहुत मजबूत संबंध हैं। (अमेरिका के) विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कई बार कहा है कि हम भारत के सच्चे सामरिक साझीदार हैं।”
उन्होंने इतनी बड़ी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए भारत और उसके लोगों की प्रशंसा की है। ”किसी ने मुझे आज बताया कि भारत की चुनाव प्रक्रिया मानव इतिहास में सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।”
भारत में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में मतदान के चरण और मत प्रतिशत
* पहले चरण में 11 अप्रैल को 20 राज्यों की 91 सीटों पर 69.57 प्रतिशत मतदान हुआ था।
* दूसरे चरण में 18 अप्रैल को 13 राज्यों की 97 सीटों पर 69.44 फीसदी मतदान हुआ था।
* तीसरे चरण में 23 अप्रैल को 14 राज्यों की 115 सीटों पर 68.40 फीसदी मतदान हुआ था।
* चौथे चरण में 29 अप्रैल को 9 राज्यों की 71 सीटों पर 65.50 फीसदी मतदान हुआ था।
* पांचवें चरण में 6 मई को 7 राज्यों की 51 सीटों पर 64.16 फीसदी वोटिंग हुई थी।
* छठे चरण में 12 मई को 7 राज्यों की 59 सीटों पर 64.40 फीसदी मतदान हुआ था।
* सातवें चरण में 19 मई को 8 राज्यों की 59 सीटों पर 64.06 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा की 543 में से 542 सीटों के लिए मतदान 19 मई को पूरा हो गया। चुनाव आयोग ने नकदी के दुरुपयोग के मामले में तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर मतदान रद्द कर दिया था। लोकसभा चुनाव के लिए सात चरणों में मतदान 11 अप्रैल से 19 मई तक चला। वोटों की गिनती और साथ ही परिणामों की घोषणा 23 मई को होनी है। बहुमत के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन को कम से कम 272 सीटें चाहिए।