
-कहा देश प्रेम ही इस्लाम का मकसद है
एलायंस टुडे ब्यूरो
बहराइच। बीजेपी नेता व भट्टा व्यवसायी जावेद जाफरी ने इराक के कर्बला में अपने हिंदुस्तानी साथियों के साथ इमाम हुसैन का चेहल्लुम मनाया। इस मौके पर उन्होंने तिरंगे को लहराकर इमाम ए हुसैन की उस हदीस की याद दिलाई कि वतन की मोहब्बत ही इस्लाम का मकसद है। जब यजीद ने हुसैन से बैयत के लिए कहा था तो इमाम हुसैन हिंदुस्तान आना चाहते थे लेकिन यजीद की फौज ने कर्बला में इमाम ए हुसैन को घेर लिया और यहीं पर इमाम के साथ-साथ उनके 72 साथियों का भी कत्ल कर दिया।

नवासे रसूल इमाम ए हुसैन का चेहल्लुम यूं तो पूरी दुनिया में मनाया जाता है लेकिन कर्बला (इराक) में मनाए जाने वाले चेहल्लुम का कुछ अलग ही मुकाम बताया जाता है। यही वो जगह हैं जहां पर पैगम्बर मुहम्मद साहब नवासे इमाम हुसैन का कत्ल यजीदियों द्वारा किया गया था। इसी जगह पर इमामे हुसैन की कब्र भी मौजूद है। दुनिया के कोने-कोने से लोग इमाम का चेहल्लुम मनाने के लिये कर्बला में जमा होते हैं।
यहां की मान्यता के अनुसार बाहर से आने वाले सभी जायरीन चेहल्लुम में नजफ से कर्बला (इराक) तक लगभग 90 किलोमीटर का पैदल सफर कर कर्बला पहुंच कर कब्र ए इमाम हुसैन पर पहुंच कर मातम करते है और नजराने अकीदत पेश करते हैं।
गोंडा में भी निकाला गया चेहल्लुम का जुलूस
सत्र उद्दीन शाह मजार कचहरी स्टेशन चेहल्लुम का जुलुस निकाला गया। अंबेडकर चैराहा मुख्यालय के निकट जुलूस शांति पूर्ण रूप निकाला गया।
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