फतेहपुर सीकरी में 22 अक्टूबर को स्विटजरलैंड के युगल पर हमले के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इस मामले में गुरुवार तक पांच हमलावर गिरफ्तार भी कर लिए गए। गिरफ्तार आरोपियों का कहना है कि उन्होंने सनक में पत्थर मार दिए थे। स्मारक से करीब दो किलोमीटर दूर रेलवे लाइन के पास वारदात हुई थी। पहले दिन पुलिस ने यह कहकर मामले को हल्का कर दिया था कि विदेशी पर्यटक कोई कार्रवाई नहीं चाहते। गुरुवार को मुख्यमंत्री के आगरा दौरे के दौरान यह मामला सुर्खियों में आ गया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने योगी सरकार से रिपोर्ट मांगी। खुद मुख्यमंत्री ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए। शाम तक पांच आरोपी मुकुल, राहुल, पंकज, सनी और हनीफ पकड़ भी लिए गए। एसपी देहात पश्चिम अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि जांच में पता चला कि घटना में कुल पांच लड़के शामिल थे। विदेशी युगल को पत्थर और डंडे से मारा गया था। गिरफ्तार आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया है। फतेहपुर सीकरी में रविवार को बदमाशों के हमले का शिकार हुए युवा स्विस युगल की सेहत में सुधार हो रहा है। अपोलो अस्पताल में भर्ती युगल का उपचार कर रहे न्यूरोसर्जन डॉक्चर राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि जेरेमी क्लेर्क को आईसीयू से सामान्य कक्ष में भेज दिया गया है। वहीं उसकी महिला मित्र मैरी द्रोज की बांह की हड्डी टूट गई है। उपचार के बाद उन्हें भी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। प्रसाद ने कहा, क्लेर्क को अभी सुनने में दिक्कत आ रही है। इस वक्त यह कहना मुश्किल है कि उनके सुनने की समस्या स्थायी बनी रहेगी या ठीक हो सकती है। घटना के बाद दोनों सदमे में हैं। स्विटजरलैंड के लुसाने के रहने वाले इस युगल पर रविवार 22 अक्तूबर को फतेहपुर सीकरी में कुछ युवकों ने पीछा कर पत्थरों एवं लाठियों से हमला किया था। रिपोर्ट के अनुसार जब वे जमीन पर घायल पड़े थे तब वहां खड़े लोग अपने मोबाइल फोन से उनका वीडियो बना रहे थे। स्विस पर्यटकों पर पथराव करने वालों की पहचान में विदेशी युवती का मोबाइल फोन मददगारर बना। हमलावरों के फोटो विदेशी युवती के मोबाइल में कैद मिल गए। उन्होंने पुलिस की राह आसान कर दी। एसपी देहात पश्चिम अखिलेश नारायण ने बताया कि 23 अक्तूबर को एक दरोगा को दिल्ली भेजा गया था। वहां हॉस्पिटल में दरोगा ने जख्मी विदेशी युगल से बातचीत की। युवती के मोबाइल में कुछ फोटोग्राफ थे। उन्हीं के आधार पर जांच आगे बढ़ाई गई। पीड़ित विदेशी युगल ने सीकरी थाने के दरोगा को बताया कि युवकों की संख्या चार थी। उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि अकेले घूमना इतना खतरनाक साबित हो सकता है। ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी में लपकों का आतंक है। आगरा में पैर रखते ही विदेशी पर्यटक लपकों से घिरने लगते हैं। कमीशनखोरी के इस खेल को एंपोरियम, रेस्टोरेंट और होटल वालों ने बढ़ावा दिया है। बड़ी संख्या में युवाओं ने लपका गिरी को स्थायी पेशा बना लिया है। ताज के पश्चिमी गेट पर लगभग 500 से 700, पूर्वी गेट की ओर शिल्पग्राम में लगभग 400, आगरा किला के बाहर लगभग 300 लपके सक्रिय हैं। फतेहपुर सीकरी में भी लगभग 500 लपके सैलानियों के साथ जबरदस्ती करते दिखाई देते हैं। आगरा में कैंट स्टेशन पर गतिमान, शताब्दी, ताज एक्सप्रेस के आने पर बड़ी संख्या में लपके आ जाते हैं। दूर से पर्यटक का बैग देखकर हल्ला मचा देते हैं कि यह उसका है। अधिकारियों का निरीक्षण होता है तो रेलवे पुलिस इन्हें खदेड़ देती है। बाद में फिर से उनकी मनमानी चलती है।
आगरा में होती रही हैं वारदातें
10 नवंबर 2010: फतेहपुर सीकरी में स्कॉटलैंड की पर्यटक से छेड़छाड़ की घटना हुई थी।
11 अक्टूबर 2011: ताजमहल में कतर की महिला से छेड़छाड़ की घटना हुई थी।
जनवरी 2012: दिल्ली की दो छात्राओं से फतेहपुर सीकरी में छेड़छाड़।
25 दिसंबर 2012: फतेहपुर सीकरी में छात्रा से दुराचार की कोशिश।
31 जनवरी 2012: ताज में कोरियन महिला सैलानी से छेड़छाड़।
19 मार्च 2013: ब्रिटिश महिला से ईदगाह के होटल में दुराचार की कोशिश। युवती ने बालकनी से कूदी।
20 जनवरी 2013: ताज पश्चिमी गेट के पास कोरियन पर्यटक से छेड़छाड़। मारपीट।
2014 अप्रैल : जर्मन युवती के साथ होटल में अश्लील पेशकश की गई।
2007 सितंबर :: दो जापानी युवतियों के साथ गैंगरेप। आरोपित बरी हो चुके हैं। इस घटना के बाद तत्कालीन डीजीपी विक्रम सिंह ने आगरा में पर्यटन थाना खोलने की घोषणा की थी।