एलायंस टुडे ब्यूरो
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के 84वें अधिवेशन का आयोजन दिल्ली में किया जा रहा है। जहां पूरे देश से आये पार्टी के हजारों कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। इस मौके पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने अगले पांच सालों की रणनीति और रूप रेखा पर चर्चा की। अधिवेशन की शुरुआत राहुल गांधी के जोशीले भाषण से हुई जिसमें उन्होंने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरा और उन्हें नफरत फैलाने वाला बताया है। दो दिनों तक चलने वाले इस अधिवेशन में पार्टी के कद्दावर नेता कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। अधिवेशन में कांग्रेस की पॉलिटिकल कमेटी ने प्रस्ताव पारित किया जिसमें म्टड के प्रति नाराजगी जाहिर की गई। कहा गया कि लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता को सुनिश्चित करने के लिए पुराने तरीके से चुनाव संपन्न कराए जाएं। प्रस्ताव के मुताबिक कई देशों में की तरह भारत में भी म्टड के बजाय मतपत्रों पर चुनाव करवाए जाएं। प्रस्ताव के अनुसार ईवीएम पर कई पार्टियों को संशय है। चुनाव आयोग को इस पर कदम उठाना चाहिए। अधिवेशन में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दावा किया हैं कि 2019 में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता है। कांग्रेस की युवा ब्रिगेड में शामिल सचिन पायलट ने उन लोगों को निशाने पर लिया जो पार्टी को चुनौती देते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग हमारा मजाक बनाते हैं उन्हें बता दूं कि राहुल गांधी की अगुवाई में हमने उपचुनाव में जीत दर्ज की है। और वह दिन दूर नहीं जब राज्यों के चुनाव भी जीतना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जबरदस्त मिलेगी। राहुल गांधी के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने एक शायरी के जरिए मोदी सरकार पर ना केवल हमला किया बल्कि आरएसएस-भाजपा को लोगों का खून पीने वाला तक बताया। खड़गे ने कहा- तिमिर को रोशनी कहते हुए अच्छा नहीं लगता, मुझे गम को खुशी कहते हुए अच्छा नहीं लगता। लहू इंसानियत का जो दिन-रात पीते हैं, आरएसएस-बीजेपी के लोग उनको इंसान कहते हुए मुझे अच्छा नहीं लगता। खड़गे ने कहा- आप सभी के आशीर्वाद और सहयोग से हम एक बार फिर कर्नाटक को जीत लेंगे। हमें आपकी मदद की जरूरत है। जिस तरह भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ता हर दरवाजे पर जा रहे हैं, ठीक उसी तरह आप भी करें और कर्नाटक में हमारी मदद करें। अध्यक्ष बनने के बाद राहुल का यह पहला महाधिवेशन है। उन्होंने देश के दूर दराज क्षेत्रों से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, श्यह जो हाथ का निशान है, यही देश को जोड़ने और आगे ले जाने का काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रास्ता दिखा सकती है। वो गुस्से का प्रयोग करते हैं और हम प्यार और भाईचारे का। राहुल गांधी ने कहा कि देश को बांटने की कोशिश की जा रही है लेकिन हमें देश को जोड़ने का काम करना है। उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग तोड़ने का काम कर रहे हैं देश की जनता ही उन्हें इसका जवाब देगी।