हाई ब्लड प्रेशर से वयस्कों के समान ही किशोरों में भी हृदय और रक्त वाहिनियों को नुकसान पहुंचाने का कारण बन सकता है। एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला खुलासा किया गया है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि यह नुकसान रक्तचाप के स्तर पर भी हो सकता है। युवाओं में उच्च रक्तचाप की परिभाषा वयस्कों की तुलना में भिन्न होती है। बचपन में उच्च रक्तचाप इसके स्तर के बजाय परसेंटाइल पर आधारित होता है।
अमेरिका में सिनसिनाटी चिल्ड्रेंस हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने इस बात का अध्ययन किया कि क्या 95वें परसेंटाइल के नीचे अंगों को नुकसान पहुंचता है।
उन्होंने रक्तचाप का अध्ययन किया और 180 किशोरों (14-17 आयुवर्ग के, 64 प्रतिशत श्वेत, 57 प्रतिशत पुरुषों) में अंगों के नुकसान को मापा। उन्होंने उन युवाओं में भी अंगों को नुकसान पहुंचने का साक्ष्य देखा, जिन्हें रक्तचाप के हिसाब से सामान्य तौर पर वर्गीकृत किया गया था। अध्ययन के दौरान मध्यम-जोखिम वाले समूह में दिल और धमनियों को नुकसान दिखा।