खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने शुक्रवार को कहा कि सरकार देश में बेचे जाने वाले सोना और आभूषणों के लिए कैरेट गणना के साथ उनकी हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाने की योजना बना रही है।
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के आयोजन में पासवान ने संवाददाताओं से कहा कि मौजूदा समय में लोगों को पता नहीं होता कि उनके द्वारा खरीदी जाने वाली स्वर्ण आभूषण की गुणवत्ता क्या है। हम स्वर्ण आभूषण की हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाने की योजना बना रहे हैं। यह काम जनवरी तक हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ आभूषणों पर बीआईएस मार्क का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन यह पर्याप्त रूप से उपभोक्ताओं को आभूषणों की गुणवत्ता के बारे में जानकारी नहीं दे पाता। प्रस्तावित कानून के तहत हॉलमार्क में आभूषण में इस्तेमाल किए गए सोने के कैरेट के बारे में उल्लेख किया जाएगा। यह 14 कैरेट, 18 कैरेट और 22 कैरेट वाली श्रेणियों के लिए किया जाएगा।