अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमती धातुओं में हुई गिरावट के दबाव में गुरुवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 120 रुपये टूटकर 30400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। चांदी भी 675 रुपये की गिरावट के साथ 39,325 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर निवेशकों के पीली धातु से बेरूखी की वजह से इसकी कीमतों में गिरावट का रूख बना है। उन्होंने कहा कि डॉलर में गिरावट से कीमती धातुओं में तेजी आनी चाहिए थी। लेकिन निवेशकों के सतर्कता बरतने की वजह से कीमती धातुओं में भी गिरावट दर्ज की गई है। आमतौर पर निवेशक डॉलर से निकासी कर पीली धातु में निवेश करते हैं जिससे डॉलर के फिसलने पर सोना में बढोतरी होती है। जबकि अभी डॉलर के साथ ही कीमती धातुओं में भी गिरावट का रूख बना हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 0.22 प्रतिशत गिरकर 1280.61 डॉलर प्रति औंस पर रहा। इस दौरान चांदी 0.24 प्रतिशत गिरकर 16.49 डॉलर प्रति औंस रही। वैश्विक बाजार से मिले नकारात्मक संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर ग्राहकी कमजोर रहने से स्थानीय बाजार में सोना 99.99 फीसदी और 99.5 फीसदी शुद्धता का भाव 120 रुपये टूटकर क्रमश: 30,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा। इसी तरह से सोना बिटुर भी 120 रुपये की गिरावट लेकर 30250 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। हालांकि, गिन्नी में स्थिरता का रूख कायम रहा। चांदी तैयार 675 रुपये फिसलकर 39,325 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। चांदी साप्ताहिक डिलीवरी फिसलकर 37920 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। हालांकि, इस दौरान सिक्का लिवाली और बिकवाली में टिकाव का रूख बना रहा। कारोबारियों का कहना है कि वैवाहिक सीजन के बावजूद ग्राहकी सुस्त है और वैश्विक स्तर पर हो रहे उठापटक का असर घरेलू बाजार पर दिख रहा है।