एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। उन्नाव के माखी क्षेत्र निवासी एक महिला ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के पास आत्मदाह का प्रयास किया। उन्नाव पुलिस की सूचना पर उसे यहां पकड़ा गया। महिला ने उन्नाव सदर के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। उन्नाव पुलिस राजधानी आ रही है। महिला को उनके हवाले किया जाएगा। पीड़ित महिला ने उन्नाव में बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। महिला ने कहा विधायक और उसके साथियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। महिला को आत्महत्या की कोशिश करने पर किसी तरह पकड़ लिया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर महिला परिवार संग पहुंची। गेट के पास मौजूद पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते कि इतने में सभी आत्मदाह का प्रयास करने लगे। पुलिस ने किसी तरह सभी को काबू में किया और उन्हें गौतमपल्ली थाने लेकर पहुंची। पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके साथियों उसके साथ दुष्कर्म किया और अब उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस से शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। न्याय न मिलने से आहत होकर वह परिवार संग आत्मदाह के लिए मजबूर हुई। पुलिस के काफी समझाने के बाद भी परिवार शांत नहीं हुआ और गौतमपल्ली थाने में ही धरने पर बैठ गया है। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मामला सामने आने के बाद लखनऊ में बैठे अधिकारियों ने उन्नाव के एसपी से जांच के बाद सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिए है। महिला और उसके परिवार से मुलाकात के बाद लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि उन्होंने आरोप लगाया है कि कुलदीप सिंह सेंगर ने महिला से बलात्कार किया। मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई और दूसरे पक्ष ने उनके साथ मारपीट की। शुरुआती जांच में पता चला है कि महिला के परिवार और दूसरे पक्ष का पिछले करीब 10-12 साल से विवाद चल रहा है। उन्होंने आगे बताया कि केस लखनऊ ट्रांसफर करा दिया गया है। पुलिस मामले की जांच करेगी उसके बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।
विधायक ने कहा-पूर्व नियोजित साजिश
उन्नाव में बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने इस आरोप की बाबत कहा कि यह एक पूर्व नियोजित साजिश है। यह लोग मेरे पास मदद के लिए आए थे। मैंने तो इनकी मदद की। इसके बाद भी इन लोगों ने मुझे बदनाम करने के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी। मैंने इनके केस के मामले में प्रशासन से अच्छी तरह से जांच करने और असली अपराधी को दंडित करने का अनुरोध किया। यह एक पूर्व-नियोजित घटना है उनके परिवार में एक घटना थी। इसके बाद मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने दो निर्दोष लोगों को बचाया। अब यह लोग मुझे ही बलि का बकरा बना रहे हैं। बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।