सभी डिग्री कॉलेज बंद ( देखें क्यों )

पिछले दो दिनों से बीएचयू जल रहा है। बीएचयू के सिंहद्वार पर छेड़छाड़ के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर लाठीचार्ज के मामले में पर योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई करने की मां की है। प्रधानमंत्री और योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की रिपोर्ट तलब की है। इस मामले में 1000 छात्र-छात्राओं पर केस दर्ज हो गया है और बीती रात 16 छात्र को हिरासत में लेकर छोड़ दिया गया है। आज जिले के सभी डिग्री कॉलेज बंद हैं।

इस मामले में भेलूपुर के सर्किल अधिकारी और एक एडिशनल सिटी मजिस्‍ट्रेट (एसीएम) को हटा दिया गया है। छात्राओं का समर्थन करने काशी पहुंचे कांग्रेस नेता राजबब्बर को भी कल गिरफ्तार कर लिया गया। वे कैंपस के बाहर धरने पर बैठे थे।

बीएचयू में शनिवार आधी रात के बाद छात्राओं पर लाठीचार्ज और छात्रों के हिंसात्मक प्रदर्शन की लपटें दूसरे दिन भी उठती रहीं। तनाव को देखते हुए बीएचयू परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। रविवार सुबह से ही बिड़ला छात्रावास के सामने धरना दे रहे छात्रों में से 16 को पुलिस ने शाम करीब पांच बजे हिरासत में ले लिया। वहीं, विश्वविद्यालय में दो अक्तूबर तक अवकाश घोषित होने के बाद प्रशासन ने हॉस्टल खाली कराना शुरू कर दिया है। शाम तक कई हॉस्टलों से छात्र अपने घर रवाना हो चुके थे। कई डिग्री कॉलेज आज से बंद रहेंगे।

दो दिन से जल रहा है बीएचयू 

शनिवार को पूरी रात आगजनी, पथराव और सुरक्षा बलों के लाठीचार्ज का सिलसिला जारी रहा। रात दो  बजे बिड़ला छात्रावास के सामने छात्रों को अंदर खदेड़ा। इसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरी रात विभिन्न हॉस्टलों में सर्च ऑपरेशन चलाया।

हालात यह थे कि बीएचयू परिसर मे सारी रात धमाके गूंजते रहे। उत्पाती छात्रों ने पुलिस बल को छकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। रविवार की सुबह उजाला होने के पहले तक हर थोड़ी देर पर कभी हवाई फायरिंग तो बोतल बम के धमाके होते रहे। रविवार की सुबह-सुबह ब्रोचा चौराहे के निकट खड़े एक ट्रैक्टर में आग लगा दी गई। सुबह-सुबह फिर से आगजनी को देखते हुए मौके पर और पुलिस बल बुला लिए गए। ब्रोचा और बिड़ला छात्रावास के सामने छात्रों का समूह जुटने लगा।

यहां छात्र लगातार वीसी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शांति मार्च निकालने की मांग कर रहे थे। मौके पर सुरक्षा बलों के साथ मौजूद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी। छात्रों ने उग्रता प्रदर्शित करने की कोशिश की तो सुरक्षा बलों ने भी कड़ाई से उनका प्रतिकार किया। इसके बाद फिर छात्रों ने अहिंसक रुख दिखाते हुए बिड़ला चौराहे पर शांतिपूर्ण सभा शुरू कर दी। इस सभा के माध्यम से छात्रों ने यह बताने की कोशिश की कि बाहरी तत्वों ने विश्वविद्यालय का माहौल अशांत किया है। छात्राओं पर लाठीचार्ज की घटना की निंदा करते हुए वे हर थोड़ी-थोड़ी देर पर वीसी-वीसी गो बैक-गो बैक का नारा लगाते रहे।

बीएचयू के हालात बिगड़ते देख प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हालात का जायजा लेने के लिए कमिश्नर को बीएचयू भेजा। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने महिला महाविद्यालय स्थित छात्रावासों की तीन वार्डेन से उनके बयान लिए। उन्होंने रात में हुए घटनाक्रम की विस्तार से उनको दी। इधर कमिश्नर बीएचयू कैंपस से लौटे और उधर बिड़ला हॉस्टल के बाहर धरना दे रहे छात्रों का समूह फिर से उग्र हो उठा। यहां पहले से तैयार पुलिस बल ने बिना एक भी पल बर्बाद किए उन सभी छात्रों को एक झटके में अपनी हिरासत में ले लिया जो सुबह से लगातार भाषणबाजी कर रहे थे। इन छात्रों को पुलिस द्वारा हिरासत में लेने की सूचना पर छात्रों के दूसरे समूह ने सिंहद्वार पर हंगामा करने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें खदेड़ दिया।

एम ने कमिश्नर को भेजा मौके पर 

शनिवार को रात करीब एक बजे महिला महाविद्याय की छात्राओं पर दोबारा हुए लाठीचार्ज के बाद अधिक उग्र हुए आंदोलन की सूचना पर गंभीर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडलायुक्त नितिन रमेश गोकर्ण को वार्ता के लिए बीएचयू भेजा। इससे पहले कमिश्नर और आईजी भोर में परिसर का दौरा कर चुके थे। रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे वह बीएचयू पहुंचे और कुलपति प्रो. गिरीशचंद त्रिपाठी की मौजूदगी में छात्राओं से बातचीत की।

शांति मार्च की अनुमति नहीं 

इधर, रविवार सुबह से ही बिड़ला और ब्रोचा छात्रावासों के सामने छात्र शांति मार्च निकाल कर महिला महाविद्यालय तक जाने की अनुमति मांग रहे थे। आतंक, आगजनी और दहशत भरी रात बीतने के बाद छात्रों का समूह अहिंसक और लोकतांत्रितक तरीके से अपनी बातें रखता दिखा। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से वे शांति मार्च में साथ देने का आग्रह कर रहे थे। शाम होते-होते छात्रों की संख्या बढ़ती देख पुलिस ने धरना समाप्त कर हॉस्टल में जाने का अनुरोध किया। इस अनुरोध का मुखर विरोध करने वाले 16 छात्रों को हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद बीएचयू में सुरक्षा बल और बढ़ा दिए गए।

जिले के सभी कॉलेज, विश्वविद्यालय बंद

एहतियात के तौर पर प्रशासनिक अनुरोध के बाद काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय समेत जिले के सभी डिग्री कॉलेजों को भी दो अक्तूबर तक बंद कर दिया गया है।

रोके गये राज बब्बर, चक्का जाम 

उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के पहुंचने की सूचना पर प्रशासनिक अमला उन्हें रोकने में लग गया। राज बब्बर जेट एयरवेज के विमान से बाबतपुर हवाई अड्डा पहुंचे तो उन्हें वहीं पर रोकने की कोशिश की गई। इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई। पुलिस की कोशिशों को नाकाम करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता राज बब्बर और  पीएल. पुनिया को लेकर बीएचयू की ओर निकल गए। उन्हें शहर में प्रवेश करने के पहले गिलट बाजार में पुलिस बल ने रोक दिया। इसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और छात्रों ने वहीं चक्का जाम कर दिया।

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