एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने मंगलवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुये कहा कि सपा ना जाने बसपा की गोद में क्यों बैठेगी? क्या बसपा गारंटी लेगी कि दुबारा गेस्ट हाउस कांड नहीं होगा? उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार रहते हम ना गेस्ट हाउस कांड होने देंगे और ना ही स्मारकों को ध्वस्त होने देंगे। यह शुभ लक्षण नहीं रू मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में जो दृश्य देखने को मिला, राज्यपाल पर जो टिप्पणियां की गईं वह संसदीय लोकतंत्र के लिए शुभ लक्षण नहीं है। लोकतंत्र लोकलाज से चलता है जबरन नहीं चल सकता। यह वह चरित्र प्रदर्शित करता है जो लोकतंत्र का ढोंग करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल पर कागज के गोले फेंकना शोभनीय नहीं है। प्रतिपक्ष को सच स्वीकार करने की आदत ही नहीं, इसलिए अच्छे को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। योगी ने कहा कि देश में पहली बार शासन की नीतियों का आधार परिवार और जाति नहीं, बल्कि गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं, दलित और वंचित तबके पर आधारित है। योगी का सपा पर निशाना – सीएम ने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि इन्होंने प्रदेश को बांटा और प्रदेश की राजनीति को परिवारवाद, वंशवाद और जातिवाद के संकीर्ण दायरों में रखकर यूपी को आराजकता में धकेला। दंगों की आग में झुलसाने का काम किया। इनकी नीतियां और इनके कार्यक्रम प्रदेश के विकास को लेकर नहीं थे। पिछली सरकार को परिवार से, परिवार के विकास से तुष्टीकरण से भ्रष्टाचार, गुंडाराज और अराजकता फैलाने से फुर्सत नहीं थी। प्रदेश के अंदर भय का माहौल पैदा करने और लूटखसोट करने से फुर्सत नहीं थी। ऐसे में प्रदेश की विकास की कैसे सोचते?