एलायंस टुडे ब्यूरो
नई दिल्ली। कश्मीर के वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। यह शख्स हत्या के बाद मौके पर मौजूद था। एक वीडियो में दिख रहा है कि यह शख्स गाड़ी से घायल को उतरवाता है। इस दौरान वह जमीन से कुछ सामान उठाकर जेब में डालता है और वहां से खिसक जाता है। पुलिस ने कुछ देर पहले ही इस संदिग्ध का फोटो जारी किया था। पुलिस ने तीन अन्य संदिग्धों की तस्वीर भी जारी की है। ये तीनों एक मोटरसाइकिल पर जाते हुए सीसी टीवी में कैद हुए है। बताया जा रहा है कि इन तीनों का बुखारी की हत्या से संबंध है। शुजात बुखारी कश्मीर के अंग्रेजी दैनिक राइिजिंग कश्मीर के अलावा कश्मीरी भाषा के अखबार संगरमाल व उर्दू दैनिक बुलंद कश्मीर के संपादक और प्रकाशक थे।
ऐसे हुई हत्या
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम करीब साढ़े सात बजे शुजात बुखारी प्रेस एन्कलेव में स्थित अपने कार्यालय से इफतार करने के लिए निकले। उनके साथ उनका अंगरक्षक और चालक (अंगरक्षक) भी थे। वह जैसे ही वाहन में सवार होने लगे तो उनके कार्यालय के बाहरी छोर पर गली के मुहाने पर तीन लोगों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई।
जिस समय हमला हुआ, उस समय प्रेस एन्कलेव में काफी भीड़ होती है, लेकिन गोलियों की गूंज से वहां अफरा-तफरी फैल गई। वहां मौजूद एक पत्रकार के अनुसार, सभी इतने डर गए थे कि करीब दस मिनट तक कोई गाड़ी के पास नहीं गया। मेहराज नामक एक स्थानीय पत्रकार ने कहा कि मैं अपने कार्यालय में था, गोलियों की आवाज से बाहर निकला। शुजात की गाड़ी देखी उस पर गोलियां लगी थी और तीनों खून से लथपथ गाड़ी में पड़े थे। पुलिस भी आ गई। हम उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने शुजात बुखारी और उनके एक अंगरक्षक अब्दुल हमीद को मृत घोषित कर दिया। उनका दूसरा अंगरक्षक मुमताज अहमद जो चालक भी है, ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ा।कश्मीर पुलिस के आईजी एसपी पाणि ने बताया कि शुजात बुखारी की हत्या के मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (ैप्ज्) गठित की गई है। डीआईजी, सेंट्रल कश्मीर के नेतृत्व में यह टीम मामले की जांच करेगी।
एसपी पाणि ने बताया कि मामले में चैथे संदिग्ध की भूमिका की भी जांच की जाएगी। देखा गया है कि यह संदिग्ध हमले के बाद पिस्तौल उठाकर मौके से फरार हो गया। एसपी पाणि ने कहा कि फिलहाल, यह आतंकी हमला लग रहा है, हालांकि इस मामले की सभी पहलुओं से जांच होगी।