मुंबई। हिंदी सिनेमा के हैंडसम और जेंटलमैन एक्टर्स में शामिल शशि कपूर का मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। शशि ने कई पीढ़ियों को अपने अंदाज और अदा से प्रभावित किया है। उनकी जादुई शख़्सियत और मोह लेने वाली मुस्कान के चाहने वाले हर दौर में मिल जाएंगे। शशि कपूर के निधन से टीवी इंडस्ट्री में भी शोक की लहर फैल गयी है। रोमित राज कहते हैं, शशि जी के निधन की ख़बर सुनना दुखद है। पृथ्वी में मुझे उनसे मिलने का सौभाग्य मिला है और हाल ही में मैंने उनकी बायोग्राफी भी पढ़ी है। जुनून, कलयुग और जब-जब फूल खिले मिले पसंदीदा फिल्में हैं। कमर्शियल सिनेमा के साथ उन्होंने आर्ट सिनेमा को भी सहारा दिया। वो उन प्रतिभाशाली कलाकारों में शामिल हैं, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय और हिंदी सिनेमा में तारतम्य बैठाया। प्रियम्वदा कांत खबर सुनकर दुखी हैं। वो कहती हैं, श्श्मैं उनके गानों की बहुत बड़ी फैन हूं और हमेशा रहूंगी। कह दूं तुम्हें, ना ना करते प्यार, ले जाएंगे ले जाएंगे, कजरा मोहब्बत वाला और रात बाकी मेरे पसंदीदा गाने हैं। हम इन गानों को आज भी गाते हैं और इन पर झूमते हैं। शशि कपूर हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे। सचिन पारिख का मानना है कि उनका निधन फिल्म समुदाय के लिए बहुत बड़ा नुक़सान है। सचिन शशि की फिल्मों के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि दीवार और सत्यम शिवम सुंदरम मेरी पसंदीदा फिल्में हैं। दीवार इसलिए क्योंकि अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करके शशि जी से अधिक न्याय कोई नहीं कर सकता था। इस चरित्र में वो बहुत कंविंसिंग लगे। कैमरे पर वो बेहद स्पांटेनियस एक्टर थे। थिएटर के लिए उनके प्यार को आने वाले वक़्त में याद रखा जाएगा। सौरभ पांडेय कहते हैं कि शशि कपूर कुछ चार्मिंग एक्टर्स में शामिल थे। उनका जैसा चार्म किसी के पास नहीं था। उनकी जादुई शख्श्यित ने मेरे दिलो-दिमाग पर गहरा असर छोड़ा है। मैंने पृथ्वी थिएटर में उन्हें कई बार देखा था। ये मेरी ख़ुशक़िस्मती है कि मैं उन्हें इतने नजदीक से देख सका।