मेट्रो के कॉमर्शियल रन शुरू होने के साथ ही सामने आ रहीं तकनीकी खामियों पर लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव का कहना है कि ट्रेनों के संचालन को सामान्य करने में करीब दो महीने का समय लगेगा। इसकी वजह लखनऊ मेट्रो का पूरी तरह ऑटोमेटिक होना है।
ऐसे में छोटी से छोटी तकनीकी खामी भी पता चलने पर ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेटिंग सिस्टम तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगा देगा। ऐसे में कुछ दिनों तक दिक्कतें आएंगी। कहा कि हम पूरी कोशिश में हैं कि इन खामियों को पता कर तुरंत सही कर लिया जाए।
एमडी ने कॉमर्शियल रन शुरू होने के तीन दिन में ही दो बार तकनीकी खामी के कारण से ट्रेन को खींचकर डिपो ले जाने पर सोमवार को अपनी सफाई दी। कहा कि पूरे देश की मेट्रो के शुरुआती दिनों में ऐसे मामले सामने आए हैं। दिल्ली मेट्रो में अब भी तकनीकी खामियां सामने आती रहती हैं तो कोच्चि और चेन्नई मेट्रो में भी मिलती-जुलती दिक्कतों को रिपोर्ट किया गया है।
एमडी ने कॉमर्शियल रन शुरू होने के तीन दिन में ही दो बार तकनीकी खामी के कारण से ट्रेन को खींचकर डिपो ले जाने पर सोमवार को अपनी सफाई दी। कहा कि पूरे देश की मेट्रो के शुरुआती दिनों में ऐसे मामले सामने आए हैं। दिल्ली मेट्रो में अब भी तकनीकी खामियां सामने आती रहती हैं तो कोच्चि और चेन्नई मेट्रो में भी मिलती-जुलती दिक्कतों को रिपोर्ट किया गया है।