एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक पखवारे से पारा नित नई ऊंचाइयों को छूता रहा है। शनिवार को यह सर्वाधिक 48 डिग्री के रिकार्ड को पार कर गया। दिन चढ़ते ही आसमान पर सूरज की आंच ने जमीन को जो तपाना शुरू किया वह शाम तक जारी रहा। दिन में आंच जैसी तपिश होने से चलने वाली हवा भी लू के थपेड़ों सा अहसास कराती रही। दोपहर में सड़कों पर लोगों की भीड़ कम रही तो लस्सी और कोल्ड ड्रिंक की दुकानों पर भीड़ काफी रही जबकि सभी अस्पतालों में डायरिया और लू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मानसून आने तक मौसम फिलहाल ऐसा ही बने रहने की संभावना है। हालांकि इस बीच मौसम से नमी मिली तो बूंदाबांदी की संभावनाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
बुंदेलखंड और मध्य उत्तरप्रदेश में भीषण तपिश
बुंदेलखंड और मध्य उत्तरप्रदेश के जिलों में भीषण तपिश रही। शनिवार को बांदा व महोबा में अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस रहा। महोबा में गर्मी के चलते उल्टी-दस्त आदि बीमारियों की चपेट में आकर चार लोगों की मौत हो गई। फर्रुखाबाद में शनिवार सबसे गर्म दिन रहा। अधिकतम तापमान 47.1 डिग्री पर पहुंच गया। औरैया में अधिकतम तापमान 45 तो हमीरपुर में 44.02 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कानपुर में लगातार चल रहीं उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलते दिन का पारा चढ़ गया। सुबह से निकली तेज धूप और दोपहर होते-होते चलीं गर्म हवाओं ने आमजन को झुलसाकर रख दिया। सीएसए के मौसम विभाग में शनिवार को अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सीएसए के मौसम वैज्ञानिकों ने कहा आने वाले दिनों में दिन का तापमान बढ़ सकता है। वर्ष 2015 में इसी दिन दिन का पारा 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पूर्वांचल के मऊ में तापमान 45 और आसपास के जिलों में 43 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया।