मेरठ – पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मेरठ में सोमवार को आयोजित तीन मंडलों मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद की रैली में भाजपा पर हमला बोला। कहा कि सहारनपुर में जातीय संघर्ष के बहाने भाजपा उन्हें जान से मारना चाहती थी, किंतु कामयाब नहीं हुई। संघ के एजेंडे से समाज को बांटा जा रहा है। दावा किया कि देश में 1975 की इमरजेंसी से ज्यादा बुरे हालात हैं। उन्होंने मोदी सरकार को दलित विरोधी करार दिया। एक घंटे के भाषण में माया ने सपा के खिलाफ एक लफ्ज नहीं बोला। मुस्लिमों व अन्य पिछड़ा वर्ग को रिझाने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा व विधानसभा चुनाव ईवीएम की गड़बड़ी से जीते। कहा कि सहारनपुर में महाराणा प्रताप की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में फूलन देवी के हत्यारे शेर सिंह राणा को मुख्य अतिथि बनाया गया था। शब्बीरपुर गांव में ठाकुर-दलित संघर्ष को साजिश के तहत भड़काया गया। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि तीन वर्ष में मोदी ने किसानों, गरीबों, वंचितों एवं शोषितों के लिए कुछ नहीं किया, सिर्फ उद्योगपतियों की जेब भरी। योगी सरकार द्वारा किसान कर्जमाफी को महज ढोंग बताया। उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य को भ्रष्टाचारियों का साथी बताया। मायावती ने कहा कि उनके मुख्यमंत्रित्व काल में हुई पुलिस भर्ती में सबसे अधिक फायदा पश्चिमी उप्र में जाटों को मिला। कहा कि जाट भी पिछड़े वर्ग में ही आते हैं। मायावती पहली बार मंच पर अपने भाई आनंद और भतीजे आकाश को लेकर पहुंचीं, जिसे लेकर रैलीस्थल पर चर्चा रही। इसे उनके परिजनों का राजनीतिक आगाज माना जा रहा है।