नई दिल्ली भारत और अमेरिका के राजनीतिक संबंध पिछले कुछ वर्षों से बेहतरी की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे दोनों देशों का अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर आपसी तालमेल बढ़ा है। लेकिन, जैसा कि मालूम है कि भारत और अमेरिका विश्व की दो बड़ी लोकतांत्रिक शक्तियां हैं। ऐसे में दोनों देशों के राजनीतिक संबंधों के इतर वहां की आम जनता के बीच संबंधों का बेहतर होना जरुरी है। दोनों देशों के पर्यटकों की बढ़ी संख्या को देखकर आम जनता के बीच के संबंधों को साफ तौर पर महसूस किया जा सकता है।पीएम मोदी ने दोनों देशों के आम नागरिकों को एक दूसरे से जोड़ने की पहल मैडिसन स्क्वायर के अपने भाषण से की थी। पीएम मोदी ने मशहूर मैडिसन स्क्वायर से ऐलान किया था कि जो अमेरिकी नागरिक लंबा समय भारत में गुजारते हैं, ऐसे पीआईओ कार्ड धारक को लाइफ टाइम वीजा जारी किया जाएगा, साथ ही वीजा ऑन अराइवल योजना शुरु की गयी। भारत आने वाले विदेशी यात्रियों की सुविधा के लिए केंद्र सरकार ने ई वीजा योजना के तहत भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों को एयरपोर्ट पहुंचने पर मुफ्त में एक्टिवेटेड सिमकार्ड देने की।दोनों देशों का आपसी सौहार्द ही है, जो आम जनता के बीच दिख रहा है। एक अनुमान के मुताबिक, साल 2016 में अमेरिका से करीब 13 लाख पर्यटक भारत आए, जो कि यहां आने वाले कुल यात्रियों का लगभग 15 फीसदी हैं। ब्रैंड यूएसए के अध्यक्ष क्रिस्टोफर एल थॉम्पसन के मुताबिक भारतीय यात्रियों की ओर से अमेरिका की यात्रा साल-दर-साल बढ़ रही है। 2016 में 1.17 मिलियन पर्यटकों के साथ, भारत अमेरिका की यात्रा करने वाले देशों की लिस्ट में 11वें स्थान पर पहुंच गया। वहीं ब्रैंड यूएसए की प्रबंध निदेशक शीमा वोहरा ने बताया अमेरिका में खर्च करने वाले पर्यटकों में भारत का छठा स्थान है, जो अमेरिका में आने वाले अन्य देशों के यात्रियों की तुलना में अधिक है। वर्ष 2017 को भी अमेरिका-भारत यात्रा और पर्यटन साझेदारी वर्ष घोषित कर दिया गया है और भारत में नए युग के भारत में पर्यटन क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं।पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन में इस साल जनवरी से जुलाई तक 15% की वृद्धि दर्ज की गयी है, जबकि कई विदेशी पर्यटकों ने ई-वीजा सुविधा का भी विकल्प चुना। भारत आने वाले पर्यटको में सबसे ज्यादा संख्या वैसे तो बांग्लादेश की है, लेकिन दूसरे स्थान पर अमेरिका है, जिसमें पिछले साल के पर्यटकों की तुलना में 16.25 फीसद की बढ़ोत्तरी हुयी है, जो कि भारत-अमेरिकी संबंधों के बेहतरी की ओर इशारा करता है।