‘भइ्या जी’ नहीं रहे

एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। वरिष्ठ समाज सेवी राजेन्द्र नाथ श्रीवास्तव ‘भइ्या जी’ का आज निधन हो गया। राज्यपाल राम नाईक ने नरही स्थित उनके आवास जाकर शोक व्यक्त किया। राज्यपाल श्री नाईक ने ईश्वर से उनके परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। राज्यपाल श्री नाईक के साथ उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, मंत्री बृजेश पाठक, मंत्री आशुतोष टंडन, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह तथा अन्य लोग उपस्थित थे।
राज्यपाल ने ष्भइया जीष् को याद करते हुए कहा कि वह सरल स्वाभाव एवं सादगी वाले व्यक्ति थे। उनका लगाव साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में रहता था। जब लखनऊ नगर पालिका बनी तो सबसे पहले सभासद ष्भइया जीष् ही बने थे। उनकी खासियत थी कि वह बिना बुलाये ही शहर के विभिन्न आयोजनों में पहुँच जाते थे, चाहे घर में खुशी का माहौल हो या गम का सभी जगह वह उपस्थित रहते थे। उन्होंने कहा कि ष्भइया जीष् एक सच्चे समाज सेवी तथा लखनऊ के भूषण थे। उनके निधन से लखनऊ ने अपना भूषण खो दिया।
श्री नाईक ने कहा कि पिछले दिनों जब ष्भइया जीष् सिविल अस्पताल में भर्ती हुए थे तो वे उन्हें देखने गये थे। वह बहुत कमजोर हो गये थे। राज्यपाल ने कहा कि महापुरूषों की जयंती या पुण्यतिथि का अवसर होता था, ष्भइया जीष् सदैव उपस्थित रहते थे। महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आदि की जयंती एवं समारोह में वे हमेशा शामिल होते थे। राज्यपाल ने बताया कि ‘पिछले साल 1 अगस्त 2016 को लोकमान्य तिलक जी की पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में ष्भइया जीष् आये थे। शरीर कमजोर होने के कारण मैंने उन्हें सहारा देकर तिलक जी की प्रतिमा पर पुष्पमाला चढ़ाने में सहयोग किया था।’
राज्यपाल ने कहा कि ष्भइया जीष् प्रत्येक साल संस्था रंगभारती द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रहते थे। उन्होंने बताया कि समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए संस्था रंगभारती द्वारा उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस समारोह में भैय्या जी को सम्मानित किया गया था तथा संस्था ने ष्भइया जीष् को पद्मश्री देने की भी मांग की थी। उन्होंने कहा कि ष्भइया जीष् की कमी हम सभी लोगों को हमेशा महसूस होगी।

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *