एलायंस टुडे ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी को समाज के पिछड़े तबकों से मिले भारी जन-समर्थन का जिक्र करते हुए रविवार को कहा कि चुनाव में सबसे ज्यादा ओबीसी, दलित और आदिवासी समुदाय से चुनकर आए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब पार्टी सिर्फ विशेष वर्ग, शहरी क्षेत्र या फिर उत्तरी भारत तक ही सीमित नहीं रह गई है। पीएम मोदी ने अपने पार्टी नेताओं से यह भी कहा कि वह गैर-जिम्मेदाराना बयान देने से बचें। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ने कहा कि अब बीजेपी नेताओं की जिम्मेदारी पहले के मुकाबले बढ़ गई है क्योंकि लोगों का जनसमर्थन पार्टी को लेकर बढ़ा है। पीएम मोदी ने ये टिप्पणी उस वक्त की जब वे मोबाइल एप के जरिए पार्टी सांसद, विधायक और अन्य प्रतिनिधियों से रू-ब-रू हो रहे थे। दलितों के मुद्दे पर जब विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलकर घेरने में लगी है और कुछ पार्टी नेताओं के गैर जिम्मेदाराना बयानों के बीच प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान खास मायने रखता है। पीएम मोदी ने कड़े शब्दों में पार्टी नेताओं से कहा कि वह मीडिया के सामने विवादित बयानों को देने से बचें। उन्होंने कहा कि उनके ऐसे बयानों के चलते पार्टी की छवि खराब होती है। पीएम ने कहा कि पार्टी सदस्यों को हमेशा इसके लिए मीडिया पर ही ठीकड़ा नहीं फोड़ना चाहिए कि उन्होंने उसे तोड़मरोड़ पर पेश किया, बल्कि इसके लिए वह खुद जिम्मेवार होते हैं जो प्रेस को मसाला उपलब्ध कराते हैं।