एलायंस टुडे ब्यूरो
चंडीगढ़। शनिवार को राजभवन में नौ नये कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ग्रहण किया। वहीं, सत्तारूढ़ दल के तीन विधायकों ने नजरअंदाज किए जाने के बाद पार्टी में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। राज्य मंत्री अरूणा चैधरी और रजिया सुल्तान को कैबिनेट मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया। पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने नये मंत्रियों को शपथ ग्रहण कराया। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे। नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ अमरिंदर के एक बैठक करने के बाद शुक्रवार को नये मंत्रियों के नाम को अंतिम रूप दिया गया था। पार्टी के तीन विधायकों- संगत सिंह गिलजियां, नाथू राम और सुरजीत सिंह धीमन- ने नजरअंदाज किए जाने को लेकर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। गिलजियां ने शुक्रवार को इस्तीफा दिया, जबकि नाथू राम और धीमन ने रविवार को इस्तीफा दिया। अमृतसर से विधायक ओपी सैनी, राणा गुरमीत सोढ़ी (गुरू हर सहाय), सुखजिंदर रंधावा (डेरा बाबा नानक), गुरप्रीत कांगर (रामपुरा फुल), सुखबिंदर सरकारिया (राजा सांसी, अमृतसर), बलबीर सिद्धू (मोहाली), युवा नेता विजय इंदर सिंगला( संगरूर), सुंदर एस अरोड़ा (होशियारपुर) और भरत भूषण आशु (लुधियाना पश्चिम) को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इन सभी ने पंजाबी में शपथ ग्रहण किया गया। कैबिनेट विस्तार के तहत नये मंत्रियों में चार हिंदू चेहरे हैं, जबकि पांच अन्य सिख समुदाय हैं। मालवा क्षेत्र से सबसे ज्यादा पांच मंत्री बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने इससे पहले कहा था कि नये मंत्रियों के चयन में वरिष्ठता एक अहम योग्यता होगी। वहीं, विपक्षी आप ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए उस पर अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधित्व को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।