नई पार्टी नहीं बनाऊंगा :मुलायम

अखिलेश यादव के ऐलान के बाद आज मुलायम सिंह यादव ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि वे फिलहाल कोई नई पार्टी नहीं बना रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि वे अखिलेश के किसी भी निर्णय से सहमत नहीं हैं। मुलायम सिंह यादव ने तीखे अंदाज में कहा कि अखिलेश ने भरोसा तोड़ा है। तीन महीने बाद अध्यक्ष पद की कमान देने की बात पर कहा कि जो अपनी बात का पक्का नहीं है वो जीवन में सफल नहीं हो सकता है। उन्होंने आगे कहा, जो वादा करके निभाता नहीं है, उसका क्या भरोसा करना। जो अपने बाप का नहीं हुआ वो किसी और का क्या होगा।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का कहना है कि वह अपने बेटे अखिलेश के फैसलों से सहमत नहीं हैं। बेटा होने के नाते उसे मेरा आशीर्वाद जरूर है, पर वह जुबान के पक्के नहीं हैं। एक बड़े नेता (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) ने उनके लिए कहा था कि जो बाप का नहीं हुआ वह किसी और का क्या होगा। अखिलेश ने बाप को धोखा दिया है।

मुलायम ने लोहिया ट्रस्ट में सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस बुला कर यह बातें कहीं। उन्होंने पहले लिखित बयान जारी कर यूपी सरकार को निशाने पर लिया और अपने मुख्यमंत्रित्वकाल की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि, ‘मैं आज कोई नया दल बनाने नहीं जा रहा हूं। मोर्चा बनाऊंगा तो आप लोगों को बुलाकर बता दूंगा। मुलायम ने यह साफ नहीं किया कि वह अखिलेश के किन फैसलों से सहमत नहीं हैं। उनसे पूछा गया कि वह अखिलेश के साथ हैं या शिवपाल के। मुलायम का जवाब था वह सपा के साथ हैं।

अखिलेश ने तोड़ा भरोसा

मुलायम को इसी साल जनवरी में सपा के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। मुलायम ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि यह सही है कि अखिलेश ने उनका भरोसा तोड़ा। उसने विधानसभा चुनाव के बाद अध्यक्ष पद छोड़ देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक तो कुछ हुआ नहीं। जो व्यक्ति अपनी बात का पक्का नहीं हो और जिसने अपने बाप को धोखा दिया हो, वह किस्मत का धनी नहीं हो सकता। मुलायम ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि वह बात के धनी हैं जो कहते हैं वही करते हैं।

कई सवालों पर गोलमोल जवाब

मुलायम ने यह पूछे जाने पर वह क्या सपा संरक्षक की हैसियत से प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि वह सपा कार्यकर्ताओं की ओर से प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं। मुलायम ने समाजवादियों से एकजुट होने की अपील की। कहा हम नेतृत्व कर रहे हैं। अखिलेश तो पार्टी छोड़ चुके हैं।

मोदी व यूपी सरकार पर साधा निशाना

मुलायम ने कहा कि यूपी में साम्प्रदायिकता लगातार बढ़ी रही है। विश्वविद्यालय में लड़कियों से छेड़खानी हो रही है। विरोध करने पर उन्हें लाठियां भी खानी पड़ रही हैं। जीएसटी से व्यापारी और नोटबंदी से आम आदमी परेशान हो गया। केन्द्र सरकार के तीन वर्ष में कोई भी वायदा पूरा नहीं हुआ। मुलायम ने मांग उठाई कि पेट्रोल और डीजल जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए, ताकि इनके दाम कम हो सकें।

मुलायम ने अपनी उपलब्धियां गिनाईं

मुलायम ने कहा कि यूपी में बिजली आपूर्ति के सभी दावे गलत हैं। मैं भी प्रदेश का तीन बार मुख्यमंत्री रहा हूं। मैंने हर जिले के सभी गांवों को पर्याप्त बिजली आपूर्ति की थी लेकिन इस सरकार में शहर और गांव को तो छोडिए। लखनऊ में भी बिजली नहीं मिल रही है। शिक्षामित्रों को छला गया। भ्रष्टाचार चरम पर है। मौजूदा सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। हमने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में पढाई, दवाई, सिंचाई मुफ्त की थी। इतना ही नहीं बेरोजगारों को रोजगार से भी जोड़ा था। मैं चाहता हूं कि प्रदेश सरकार सभी लोगों को मुफ्त दवाई, पढाई और सिंचाई के साथ-साथ बेरोजगारों को रोजगार की सुविधा दे।

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