भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन भारत के कप्तान विराट कोहली के लिए खास रहा। उन्होंने अपने टेस्ट करियर का छठा दोहरा शतक ठोक दिया। ये लगातार दो टेस्ट में उनका दूसरा शतक रहा। इस शतक के साथ ही उन्होंने न सिर्फ टीम इंडिया को बड़े स्कोर तक पहुंचाया बल्कि कोहली ने वेस्टइंडीज़ के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ रहे ब्रायन लारा का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। इसके साथ ही साथ विराट कोहली ने एक मामले में सहवाग और सचिन तेंदुलकर की भी बराबरी कर ली। विराट कोहली का अपने घरेलू मैदान कोटला पर ये पहला दोहरा शतक रहा। इस पारी में उन्होंने 238 गेंदों में 20 चौकों की मदद से ये दोहरा शतक जमाया। पहले दिन का खेल खत्म होने तक कोहली नाबाद 156 रन पर थे। कोहली ने दूसरे दिन भी उसी तरह से श्रीलंका के गेंदबाज़ों का इम्तिहान लेना जारी रखा। इस दोहरे शतक के लिए उन्होंने पहले भारतीय ओपनर मुरली विजय के साथ मिलकर 283 रन की साझेदारी की। विजय के आउट होने के बाद कोहली ने रोहित के साथ 135 रन की साझेदारी की। इस पारी के दौरान ही कप्तान कोहली ने अपने टेस्ट करियर के 5000 रन भी पूरे कर लिए। पिछले 15 महीने में ये कोहली के बल्ले से निकला ये छठा दोहरा शतक है। श्रीलंका के खिलाफ कोटला के मैदान पर लगाया गया ये दोहरा शतक कप्तान कोहली का छठा दोहरा शतक रहा। खास बात ये है कि ये सभी दोहरे शतक विराट ने भारत का कप्तान रहते ही बनाए हैं। इसी के साथ उन्होंने ब्रायन लारा के बतौर कप्तान पांच दोहरे शतक के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। नागपुर में दोहरा शतक लगाकर कोहली ने लारा के इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी। अपने घरेलू मैदान दिल्ली पर लगाए गए इस दोहरे शतक के साथ उन्होंने भारतीय बल्लेबाज़ द्वारा लगाए गए सबसे ज़्यादा दोहरे शतकों की भी बराबरी कर ली। भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा दोहरे शतक सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने लगाए थे। इन दोनों ने 6-6 दोहरे शतक जड़े थे और इस मुकाबले में कोहली ने इन दोनों की बराबरी कर ली। खास बात ये है कि कोहली ने इन दोनों से बहुत कम पारियों में ये कमाल किया है। तेंदुलकर ने ये 6 शतक 329 तो सहवाग ने 180 पारियों में लगाए थे, वहीं कप्तान कोहली ने ये काम सिर्फ 105 पारियों में किया है।