एलायंस टुडे ब्यूरो,
लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक नरेन्द्र दामोदर दास मोदी तथा योगी आदित्य नाथ और अमित शाह ने देश और प्रदेश की जनता का ध्यान केवल मंदिर और मस्जिद में उलझाना प्रारम्भ कर दिया है क्योंकि वर्तमान में गुजरात का चुनाव और इसके बाद अन्य प्रदेश के चुनाव तथा 2019 में लगभग 1 वर्ष बाद लोकसभा के चुनाव सम्पन्न होने हैं। इस मुददे को यह सभी महानुभाव जन जन में फैलाकर असली समस्याओं जैसे मंहगाई, पेट्रोल और डीजल की बढती हुयी कीमते, नोटबंदी के फलस्वरूप किसानों और मजदूरों की बदहाली तथा छोटे उद्योग धन्धों के बंद होने तथा आम व्यापारी को जी0एस0टी0 से प्रभावित होने वाली परेशानियों से आम जनता का ध्यान हटाने की साजिश की जा रही है। डाॅ0 अहमद ने कहा कि उ0प्र0 में धान के क्रय केन्द्रों पर किसानों का शोषण और बिचैलियों का पोषण हो रहा है। आलू किसानों की स्थिति बदतर होती चली गयी है। प्रदेषश का मजदूर वर्ग उद्योग धन्धों के बंद होने तथा भवन निर्माण सामग्री की मंहगाई के कारण काम की तलाश में भटक रहा है और अपने अपने परिवारोंस् के लिए दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए मारा मारा फिर रहा है परन्तु प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ गुजरात जाकर मन्दिर मस्जिद मुददा भुनाने में लगे हैं। प्रदेश की जनता ने नई सरकार से उसके संकल्प पत्र के अनुसार बडी आशाएं की थी परन्तु जितनी जल्दी इस सरकार ने जनता को धोखा दिया है उतने कम समय में अन्य सरकारों के द्वारा नहीं हुआ। रालोद प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि उ0प्र0 में चारों तरफ स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं फैली हुयी हैं जिनमें गोरखपुर तथा प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम सबसे ऊपर है। सरकारी अस्पतालों में इलाज कराना दिन प्रतिदिन मंहगा होता जा रहा है और सुविधाओं के नाम पर हीलाहवाली की जाती है। कानून व्यवस्था के नाम पर यह कह देना काफी नहीं है कि अपराधियों की जगह जेल में है। वास्तविक धरातल पर भी प्रदेश की जनता कुछ देखनी की इच्छा रखती है जिसका सम्मान होना चाहिए।