अमेरिका ने वन रोड वन बेल्ट (ओबीओआर) के मुद्दे पर भारत के रुख का समर्थन किया है। अमेरिका ने इसके साथ ही चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का भी विरोध किया है। भारत को अमेरिका के विरोध के साथ ही अब एक नया साथी भी मिल गया है। चीन ने मई में ओबीओर के लिए बेल्ट एंड रोड फोरम का आयोजन किया था और भारत ने इसका बायकॉट किया था। ओबीओआर, सीपीईसी का ही हिस्सा है। सीपीईसी चीन की 60 बिलियन डॉलर वाला प्रोजेक्ट है। अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिज ने कहा है कि सीपीईसी विवादित क्षेत्र से होकर गुजरता है। मैटिस ने चीन को चेतावनी भी दी है और कहा है कि किसी देश को सड़क या फिर इस तरह के निर्माण कार्यों के जरिए खुद को तानाशाह साबित करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। ओबीओआर, सीपीईसी का ही हिस्सा है और पीओके से होकर गुजरता है। जिम मैटिज पिछले हफ्ते ही भारत आए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और साथ ही रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से भर खास मीटिंग की थी। सीनेटर चार्ल्स पीटर ने मैटिस से चीन से संबंधित सवाल पूछा था। पीटर का सवाल था कि अपने वन बेल्ट-वन रोड प्रोजेक्ट की मदद से चीन अफगानिस्तान में क्या रोल अदा करेगा?