बीआरडी मेडिकल कालेज के बालरोग विभाग में मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है। बालरोग विभाग में बीते चार दिनों में 55 मासूमों की मौत हो गई। मरने वालों में 29 नवजात शामिल हैं। इसके अलावा इंसेफेलाइटिस व एपेडमिक वार्ड में 26 बच्चों की मौत हुई। बीते बुधवार को 13 मासूमों की मौत हुई इनमे सात नवजात शामिल रहे। गुरुवार को 12, शुक्रवार को 18 व शनिवार को 12 मरीजों की मौत बालरोग विभाग में हुई। बीआरडी मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन त्रासदी के बाद मासूमों की मौत कम नहीं हुई। मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए शासन ने दूसरे मेडिकल कालेज व पीएमएस से 20 डॉक्टरों को बीआरडी में लिए तैनात किया। बीआरडी में नवजातों की मौत के बढ़ते ग्राफ से परेशान कालेज प्रशासन हलकान हो गया है। बालरोग विभाग में अक्तूबर में भी मौतों के कारण पिछले वर्ष का रिकार्ड टूट गया। बीते तीन महीने में करीब 1300 बच्चों की मौत बालरोग विभाग में हो गई। बीआरडी के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में 418, सितंबर में 433 और अक्तूबर में 458 बच्चों की मौत हो गई। इनमे संक्रमण, कम वजन, सांस लेने में दिक्कत से पीड़ित शिशु के साथ ही इंसेफेलाइटिस के मरीज शामिल रहे।