तो गऊ माता बन सकेगी राज्य माता!

-राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत पूरे मंत्रिपरिषद को पत्र भेजा

एलायंस टुडे ब्यूरो

लखनऊ। लोक परमार्थ सेवा समिति ने गऊ माता को राज्य माता घोषित किये जाने के लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित पूरे मंत्रिपरिषद को पत्र भेजा है।
समिति की प्रवक्ता श्रीश शर्मा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की गऊ माता में अपार आस्था है। उनकी गऊ माता में आपार आस्था को देखते हुए हमारी समिति ने पत्र भेजकर गऊ माता को राज्य माता घोषित किये जाने का अनुरोध किया है।
उन्होंने बताया कि समिति की उपाध्यक्ष किरन बाला शर्मा ने पत्र में कहा है कि गऊ माता सनातन धर्म में सर्वोपरि है। गऊ माता हमारे प्रभु राम कृष्ण व अन्य ऋषि मुनियों की पूज्यनीय व वंदनीय है। गऊ माता में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है। गऊ की पूजा 33 कोटि देवी-देवताओं की पूजा है।

पत्र में लिखा गया है कि वर्तमान में भारत वर्ष में गऊ माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग की जा रही है। हमारी समिति उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध करती है कि गऊ माता को राज्य माता घोषित किया जाए क्योंकि उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य है। अगर उत्तर प्रदेश में गऊ माता को राज्य माता घोषित किया जाता है तो केन्द्र सरकार द्वारा गऊ माता को राष्ट्र माता अवश्य ही अविलम्ब घोषित करने में आसानी होगी।

उल्लेखनीय है कि समिति द्वारा गऊ माता के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गऊ भण्डारे, गऊ कथा, गऊ चालीसा के साथ साथ चार गऊ ग्रास वाहन लखनऊ में संचालित किये जा रहे हैं, जिनमें पहला गऊ ग्रास वाहन का शुभारंभ वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी द्वारा अपने सरकारी आवास पर 13 अगस्त 2017 को किया था। दूसरा गऊ ग्रास वाहन 5 अक्टूबर 2017 को गोमती महाआरती में महंत देव्यागिरि द्वारा किया गया। तीसरे गऊ ग्रास वाहन का शुभारंभ गऊ सेवा आयोग के अध्यक्ष के द्वारा किया गया। चैथे गऊ ग्रास वाहन का शुभारंभ बैकुंठ चतुदर्शी 3 नवम्बर को लेसा के मुख्य अभियंता आशुतोष कुमार ने किया।

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