एलायंस टुडे ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका इस्तीफा स्वीकार होने की पुष्टि अभी नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण चेहरा हो सकता है। हालांकि राहुल गांधी की ओर से युवा पीढ़ी को नेतृत्व देने की बात कही जाती रही है। अब आगे प्रदेश का नेतृत्व किसके हाथ होगा यह फैसला तो कांग्रेस हाईकमान करेगा। ऐसे में इस्तीफा स्वीकार होने तक राजबब्बर प्रदेश कांग्रेस को नेतृत्व देते रहेंगे। कांग्रेस की प्रदेश राजनीति में बदलाव का यह संकेत नए अभियान की ओर बढ़ने का संकेत देता है।
एक अध्यक्ष और चार उपाध्यक्ष पर चर्चाएं
दिल्ली अधिवेशन के बाद संगठन में होने वाले फेरबदल के मद्देनजर कई प्रदेशों के अध्यक्ष व प्रभारी बदले जाने हैं। राजबब्बर के त्याग पत्र को भी इसी नजरिए से देखा जा रहा है। बता दें कि दिल्ली अधिवेशन में युवाओं को पार्टी में तरजीह देने का फैसला लिया गया था। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नए नाम की चर्चाएं जोरों से शुरू हो गई हैं, जिसमें पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद राजेश मिश्र, प्रमोद तिवारी और पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी के नाम जोरों से चल रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष बदलने के साथ प्रदेश प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद को बदलने की संभावना भी बढ़ गई है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में एक अध्यक्ष और चार उपाध्यक्ष तैनात किए जाएंगे। प्रदेश संगठन को चार क्षेत्रों में बांट कर उपाध्यक्षों को प्रभारी बनाया जाएगा।
नई पीढ़ी को मिल सकती जगह
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण चेहरा या नई पीढ़ी से होने की उम्मीद है।। इसके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद राजेश मिश्र और पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी का नाम चर्चा में है। यहां यह भी चर्चा है कि एक अध्यक्ष और चार उपाध्यक्षों की तैनाती एक साथ कांग्रेस करेगी। चारों उपाध्यक्षों को अलग-अलग क्षेत्रों का प्रभार दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस महाअधिवेशन में अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण से प्रेरित होकर गोवा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शांताराम नाइक ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि संकेतों के मुताबिक यदि युवा पीढ़ी को नेतृत्व देने वाली बात में दम नजर आती हो तो नाम और सीमित हो जाएंगे।