एलायंस टुडे ब्यूरो
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में कैराना, महाराष्ट्र में भंडारा गोंदिया और नगालैंड लोकसभा सीटों पर कल हुये उपचुनाव में मतदान के दौरान वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतों को देखते हुये इन क्षेत्रों के 123 मतदान केन्द्रों पर 30 मई को पुनर्मतदान कराने का फैसला किया है। आयोग की ओर से आज शाम जारी आधिकारिक जानकारी के मुताबिक वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी के कारण मतदान बाधित होने की शिकायतों वाले कैराना लोकसभा क्षेत्र के 73, भंडारा गोंदिया लोकसभा क्षेत्र के 49 और नगालैंड लोकसभा क्षेत्र के एक मतदान केन्द्र पर कल फिर से मतदान होगा। सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोट डाले जायेंगे लेकिन भंडारा गोंदिया लोकसभा क्षेत्र में अर्जुनी मोरगांव विधानसभा क्षेत्र के दो मतदान केन्द्रों और नगालैंड लोकसभा क्षेत्र के एक मतदान केन्द्र पर सुबह सात बजे से दिन में तीन बजे तक मतदान होगा। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कल उपचुनाव में मतदान के दौरान जिम्मेदारी का ठीक से निर्वाह नहीं करने के कारण गोंदिया के कलेक्टर का तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह नये कलेक्टर ने कल होने वाले पुर्नमतदान के लिये अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। आयोग की ओर से पुर्नमतदान की तैयारियां मुकम्मल कर ली गयी हैं। कैराना में पुनर्मतदान के लिये आयोग की तरफ से 500 अतिरिक्त वीवीपेट मशीनें उपलब्ध करायी गयी हैं। साथ ही इनमें किसी भी तरह की संभावित गड़बड़ी को यथाशीघ्र दुरुस्त करने के लिये आयोग द्वारा 20 अतिरिक्त इंजीनियर भी तैनात किये जायेंगे। आयोग के प्रमुख सचिव अनुज जयपुरियार द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी को कैराना में नकुड़ विधानसभा क्षेत्र के 23, गंगोह विधानसभा क्षेत्र के 45, थानाभवन विधानसभा क्षेत्र के एक और शामली के चार मतदान केन्द्रों पर पुर्नमतदान कराने को कहा गया है। बता दें, कल उपचुनाव में मतदान के दौरान कैराना सीट पर लगभग 21 प्रतिशत और भंडारा गोंदिया में लगभग 19 प्रतिशत वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी के कारण मतदान बाधित होने की शिकायतें दर्ज की गयी थीं। मशीनों में गड़बड़ी की भारी मात्रा में शिकायतों का हवाला देते हुये सपा नेता रामगोपाल यादव , रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह और कांग्रेस के आरपीएन सिंह ने आयोग से चिन्हित मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान कराने की मांग की थी। इसके अलावा भाजपा नेता भूपेन्द्र यादव की अगुवाई में पार्टी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने भी आयोग से वीवीपेट मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुये उचित कार्रवाई करने की मांग की थी।