एलायंस टुडे ब्यूरो
कानपुर, उन्नाव। उन्नाव गैंगरेप मामले में पुलिस प्रशासन ने बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के 4 समर्थकों को उन्नाव से ही गिरफ्तार किया है। वहीँ गैंगरेप पीड़िता के पिता सुरेंद्र सिंह उर्फ पप्पू सिंह की जेल में मौत के मामले में स्टेशन अफसर अशोक सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। गौरतलब है की सुरेंद्र सिंह उर्फ पप्पू सिंह की चार अप्रैल की शाम को गांव के ही टिंकू सिंह से कहासुनी हुई थी। टिंकू सिंह ने अपने तीन और साथियों के साथ मिलकर पप्पू सिंह की पिटाई कर दी और उसको पुलिस को सौंप दिया था। उनका आरोप था कि पप्पू सिंह तमंचा लेकर गाली-गलौज कर रहा था। माखी थाने की पुलिस ने पप्पू सिंह को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां पर पप्पू सिंह ने आरोप लगाया था कि विधायक के भाई अतुल सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी पिटाई की। जिला अस्पताल में इलाज करने के बाद डॉक्टरों ने पप्पू सिंह को पुलिस को सौंप दिया। छह अप्रैल को पप्पू सिंह को जेल भेज दिया गया। रविवार की शाम अचानक पप्पू सिंह की तबियत बिगड़ गई। रात नौ बजे उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को जेल पुलिस की ओर से बताया गया कि पप्पू के पेट में दर्द है और उसे उल्टी हो रही है। डॉक्टरों ने उसका इलाज किया। सोमवार को सुबह 3रू40 बजे पप्पू की मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया और पुलिस महकमा सकते में आ गया। डॉक्टर का कहना है कि पप्पू की आंत में सूजन थी और उसे उल्टी हो रही थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मौत की वजह साफ हो पाएगी। रविवार को ही पप्पू सिंह की बेटी और परिवार के लोगों ने लखनऊ में सीएम आवास के पास आत्मदाह की कोशिश की थी। हालांकि, पुलिस ने उनको पकड़ लिया और उच्च अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। पप्पू सिंह की मौत के बाद विरोधियों ने भाजपा नेताओं पर गुंडागर्दी के आरोप लगाने शुरू कर दिए, इससे उन्नाव ही नहीं लखनऊ तक की राजनीति गरमा गई।