एजेंसी
यरुशलम। इजरायली सेना और फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में शुक्रवार को 12 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। हाल के वर्षो में गाजा सीमा से लगते इलाके में इजरायल के खिलाफ फलस्तीनी नागरिकों का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया था। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए इजरायली सेना को गोली चलानी पड़ी। फायरिंग में करीब चार सौ लोगों के घायल होने की आशंका है। इजरायली सेना ने बताया कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोल दागे थे। लेकिन दंगाई पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी से बाज नहीं आ रहे थे। हालात को नियंत्रण में करने के लिए सेना ने केवल दंगाइयों को ही निशाना बनाया। सेना के अनुसार, दंगाइयों ने जवानों को भी जान से मारने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने सीमा पर बनी सुरक्षा दीवार को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया।
बता दें कि फलस्तीनी प्रदर्शनकारी अपने कस्बों और गांवों में लौटने की मांग कर रहे हैं। 1948 में इजरायल के निर्माण के समय उनके परिवारों को वहां से या तो भागना पड़ा था या जबरन भगा दिया गया था। लेकिन, इजरायल इसके लिए तैयार नहीं है। उसे डर है कि अरबों के आगमन से उसकी यहूदी बहुलता खतरे में पड़ जाएगी।