वृंदावन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोगी संगठनों की समन्वफय बैठक आज शुरू हुई जिसमें जम्मू कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर चर्चा हुई। इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत कई प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया। आरएसएस की तीन दिवसीय समन्वय बैठक के पहले दिन बैठक को संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी और वरिष्ठ प्रचारक सुरेश सोनी ने संबोधित करते हुए संघ के कार्यों और इस बैठक के महत्व को रेखांकित किया।
संघ से जुड़े 40 सहयोगी संगठनों की इस समन्वय बैठक की अध्यक्षता मोहन भागवत ने की। संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि बैठक के दौरान वरिष्ठ प्रचारक अरुण कुमार ने कश्मीर की स्थिति का उल्लेख किया। उन्होंने जम्मू कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा की स्थिति की चर्चा की और राह से भटके हुए कुछ लोगों को मुख्यधारा में लाने की जरूरत बतायी। उन्होंने हाल के दिनों में घाटी में पत्थरबाजी और आतंकी घटनाओं में कमी आने का जिक्र किया और इस दिशा में प्रयास के लिये केंद्र सरकार के कार्यों की सराहना की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 40 सहयोगी संगठनों की आज से शुरू हुई समन्वय बैठक में इन संगठनों के कामकाज की समीक्षा होगी। बैठक में विभिन्न संगठन केरल में आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले, चीन और राम मंदिर जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे।
वृंदावन के केशवधाम में हो रही इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह भैयाजी जोशी के अलावा दत्तात्रेय हसबोले, कृष्ण गोपाल, विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया भी हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के भी हिस्सा लेने की संभावना है। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि यह संघ से जुड़े विभिन्न संगठनों की समन्वय बैठक है लेकिन इसमें कोई निर्णय किया जा सकता है। इसमें विभिन्न संगठनों के कामकाज पर चर्चा होगी और समीक्षा की जायेगी।
यह पूछे जाने पर कि बैठक में क्या क्या मुद्दे होंगे, संघ के पदाधिकारी ने कहा कि इस बैठक में इन बातों पर चर्चा होगी कि इन संगठनों ने वर्ष भर क्या काम किया, पिछले वर्ष जो लक्ष्य दिया गया था, उसमें कितना कार्य पूरा हुआ और उन्हें क्या परेशानियां पेश आईं। ऐसे में केरल में संघ कार्यकर्ताओं पर हमले और उनकी हत्या की घटनाएं निश्चित तौर पर उठेंगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा स्वदेशी जागरण मंच चीन से जुड़े विषयों को उठा सकते हैं क्योंकि उन्होंने देश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का कार्यक्रम आयोजित किया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या राम मंदिर के विषय पर चर्चा होगी, उन्होंने कहा कि बैठक में विश्व हिन्दू परिषद भी हिस्सा ले रही है, ऐसे में वे राम मंदिर के विषय पर अपनी बात रख सकते हैं। इस बैठक में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को सजा सुनाये जाने के बाद हरियाणा में हुई हिंसा से जुड़े घटनाक्रमों पर भी चर्चा हो सकती है। बैठक में सेवा भारती, बनवासी सेवा आश्रम, विहिप, एबीवीपी, किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ जैसे संगठन हिस्सा ले रहे हैं।