आगरा: 132 किमी की रफ्तार से आए तूफान ने हिलाई ताजमहल की मीनारें


एलायंस टुडे ब्यूरो

आगरा। बीती रात 132 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आए विनाशकारी तूफान से आगरा में मौत का आंकड़ा 46 तक पहुंच गया है। सैंया के गांव कुकावर में एक ही परिवार के चार बच्चों की मौत हो गई। ज्यादातर मौत खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में हुई हैं। सदर तहसील क्षेत्र में एक, फतेहाबाद तहसील में 12, बाह में चार, किरावली में तीन, एत्मादपुर में दो लोगों की मौत हुई है। शासन स्तर से मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया गया है। जिला प्रशासन के अनुसार 51 लोग घायल हुए हैं, वहीं करीब 80 पशुओं की मौत हुई है। तूफान की विनाशलीला देखने मौके पर पहुंचे अफसरों के भी रौंगटे खड़े हो गए। बवंडर में कई परिवार भी तबाह हो गए हैं। नुकसान का आंकलन करने के लिए प्रशासन की कई टीमें गांव-गांव पहुंच रही हैं। मथुरा में आंधी-तूफान से एक व्यक्ति की मृत्यु और आधा दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है। तूफान से हुए जानमाल के भारी नुकसान के साथ विश्वविख्यात ताजमहल की दो मीनारें भी हिल गई हैं। तूफान इतना तेज था कि मीनार के ऊपरी हिस्से का दरवाजा भी उखड़ गया। हवा का रुख मीनार की ओर होने के कारण इसे ज्यादा नुकसान हुआ। तूफान से ताजमहल के कई पत्थर भी उखड़ गए। बता दें कि 11 अप्रैल को आए बवंडर में भी ताज को काफी नुकसान हुआ था। उसकी मानारें टूट कर गिर गई थीं। उसके मरम्मत का काम अभी चल ही रहा था कि फिर तूफान से ताज को फिर नुकसान पहुंचा है। तूफान से फतेहपुर सीकरी के विश्वदाय स्मारकों को भी नुकसान पहुंचा है। शेख हजरत सलीम चिश्ती की दरगाह परिसर में बादशाही दरवाजे के बरामदे की भीतरी ओर बुर्जी का छज्जा टूट कर गिर पड़ा। दरगाह परिसर में ही स्मारक जनाना रोजा की दो बुर्जियों के छज्जे भरभराकर टूट गए। रंग महल स्मारक के ऊपरी हिस्से की पत्थर भी गिरे है। इधर आंधी और तूफान में एक बार फिर चंबल नदी पर बना पैंटून पुल टूट गया। मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों का सम्पर्क टूट गया। पैंटून पुल टूटने के चलते चंबल नदी पार करने वाले सभी वाहन दोनों किनारों पर रातभर खड़े रहे। फतेहपुरसीकरी में ओलावृष्टि से खेत में किसान की मौत हो गई।

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