आगरा एक्सप्रेस वे पर आज उतरेगा वायुसेना का सबसे बड़ा मालवाहक

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार को लड़ाकू विमान अभ्यास करेंगे। चार वायुसेना स्टेशनों से 17 लड़ाकू विमान उड़ान भरेंगे और एक्सप्रेस-वे पर लैंडिंग का अभ्यास करेंगे। इसे लेकर एक्सप्रेस-वे पर सोमवार सुबह से आवागमन बंद कर दिया गया। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की हवाई पट्टी पर सबसे पहले मालवाहक एएन-32एस लड़ाकू विमान कमांडो व अन्य सामग्री के साथ उतरेगा। मिराज, सुखोई, सी-130 लड़ाकू विमान भी लैंडिंग का अभ्यास करेंगे। उधर, सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के रूरी रसूलपुर, खंभौली व नवलजट्टापुर गांव के सामने मार्ग को बंद कर दिया है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार को वायुसेना के 15 लड़ाकू और दो परिवहन विमान टच डाउन करेंगे यानी जमीन को छूकर आसमान में उड़ जाएंगे। ऐसा पहली बार होगा कि जब उन्नाव के पास बांगरमऊ हाईवे पर 17 विमान हाईवे को छुएंगे। एक्सप्रेस-वे बनने के दौरान वायुसेना के अनुरोध पर चार किमी का पैच रनवे की तरह ही तकनीकी तौर पर मजबूत बनाया गया था। इतिहास में दर्ज होगा लम्हा: एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के फाइटर प्लेनों की लैंडिंग भारतीय वायुसेना के इतिहास में दर्ज होगी क्योंकि मंगलवार को भारतीय वायुसेना की 85वीं सालगिरह है। इस मौके पर एक्सप्रेस-वे पर फ्लाई पास्ट में लड़ाकू विमानों के साथ विंटेज विमानों की भी लैंडिंग कराई जाएगी। पिछले साल भी वायुसेना के 8 लड़ाकू विमानों ने इसी जगह एक्सप्रेस-वे पर और 2015 में मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी वायुसेना के लड़ाकू विमान मिराज 2000 ने टच डाउन किया था। वैसे जिस जगह पर लड़ाकू विमान को टच डाउन कराया गया था वह एक तरह से आम सड़क के साथ रनवे भी है।  उसे खासतौर पर रनवे की तरह बनाया गया है कि वह लड़ाकू विमान का दबाव झेल सके। देश में ऐसा प्रयोग पहली बार 2015 में किया गया था, जब वायुसेना के मिराज लड़ाकू विमान ने किसी राजमार्ग पर टच डाउन किया था। दूसरी बार ऐसा प्रयोग पिछले साल लखनऊ के पास इसी जगह पर किया गया था, जो सफल रहा। दुनिया के चुनिंदा देशों में ऐसे हाईवे व एक्सप्रेस-वे हैं जहां विमानों को उतारा जा सकता है। इनमें पाक, जर्मनी, स्वीडन, द. कोरिया आदि हैं। वायुसेना के अभ्यास को देखने के लिए आने वाले अतिथियों व वायुसेना अधिकारियों के बैठने के लिए यूपीडा ने एक्सप्रेस-वे के निकट ही शिविर बनाए हैं। इनकी तैयारियां तीन-चार दिनों से चल रही थीं। बची-खुची खामियां भी दूर कर ली गई हैं। वायुसेना के अभ्यास के लिए हिंडन (गाजियाबाद) से मालवाहक, गोरखपुर से जगुआर, ग्वालियर से मिराज और बरेली एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई उड़ेंगे। सुबह करीब आठ बजे वायुसेना के कमांडो को लेकर मालवाहक एएन-32एस आएगा। यह हिंडन एयरफोर्स से उड़ान भरेगा और कमांडो को उतारकर लौट जाएगा। यही अकेला विमान होगा जो आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर पूरी तरह उतरेगा और यहां से उड़ान भरेगा। इसके बाद आने वाले फाइटर प्लेन हवाई पट्टी छूकर लौट जाएंगे। एएन-32एस फिर लौटेगा और वायुसेना कमांडो को ले जाएगा। अभ्यास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए चार अपर पुलिस अधीक्षक, एक दर्जन पुलिस क्षेत्रधिकारी, 150 उप निरीक्षक व निरीक्षक, 200 दरोगा व 1,000 सिपाही लगाए गए हैं। इससे पहले वायुसेना अफसरों संग डीएम व एसपी ने भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

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