एलायंस टुडे ब्यूरो
नई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के इकलौते भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा असमंजस की स्थिति से बाहर निकलकर विश्व के दिग्गज कोच ओऊ हॉन के साथ अभ्यास करने को तैयार हो गए हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद अब नीरज को एशियन गेम्स और विश्व चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व करना है। हालांकि, ऐसा लगता है कि कॉमनवेल्थ में 86.47 के सत्र के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले भारत के चैथे ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बनने वाले नीरज ने अपना मन बना लिया है कि उन्हें कहां, कब और किसको प्राथमिकता देनी है। यह भी समझा जा सकता है कि नीरज से भारतीय एथलेटिक्स संघ (एएफआइ) ने हॉन के साथ अभ्यास करने के लिए कहा है और नीरज भी जकार्ता एशियन गेम्स और दूसरे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए हॉन के साथ काम करने को तैयार हो गए हैं। हॉन के साथ असंतोष को देखते हुए उन्हें कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले कोच वॉर्नर डेनियल के साथ जर्मनी में तीन महीने के लिए अभ्यास करने दिया गया था। इसके बाद वह राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने पटियाला लौटे थे। गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर लौटने के बाद उनके सामने एक बार फिर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई कि वह क्या करें? एएफआइ के एक अधिकारी ने कहा कि नीरज ने हॉन के साथ कोचिंग लेने पर अपनी सहमति व्यक्त की है और वह राष्ट्रीय शिविर में कोचिंग लेने के लिए तैयार हैं। उम्मीद की जा रही है कि जर्मनी के पूर्व भाला फेंक एथलीट हॉन फिनलैंड में 10 से 22 जून के बीच लगने वाले शिविर में अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे। यह शिविर शॉट पुट, चक्का फेंक और भाला फेंक एथलीटों के लिए होगा। इसके बाद भारतीय एथलीट गुवाहाटी में 26-29 जून तक होने वाली अंतरराज्जीय मीट में भाग लेने के लिए भारत लौट आएंगे।
शिविर के दौरान नीरज को यूरोप के विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी और इनमें से कुछ प्रतियोगिताओं में हॉन भी उनके साथ होंगे। नीरज चार मई से शुरू हो रही दोहा की डायमंड लीग में भी भाग लेंगे। एएफआइ के अधिकारी ने कहा कि नीरज ने कहा है कि वह हॉन के साथ प्रशिक्षण करेंगे। वह डायमंड लीग के बाद फिनलैंड में लगने वाले शिविर में जुड़ जाएंगे। अब नीरज कोच डेनियल के पास नहीं जाएंगे। गुवाहाटी मीट के बाद एक बार फिर एथलीट फिनलैंड में इकठ्ठे होंगे
इतना ही नहीं, एएफआइ अधिकारियों के मुताबिक, नीरज को गुवाहाटी मीट में भाग लेने से छूट दी जा सकती है क्योंकि वह पहले से ही एशियाड क्वालीफिकेशन के 82 मीटर के मार्क से ज्यादा दूरी तक भाला फेंक रहे हैं। वह आपकी स्वतरू पसंद हो सकते हैं और उन्हें ट्रायल में भाग लेने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि, उस स्थिति में मौजूदा विश्व जूनियर चैंपियन को पटियाला में 15 अगस्त को एक पुष्टिकरण परीक्षण में शामिल होने के लिए कहा जाएगा ताकि वह अपने प्रदर्शन के साथ तालमेल बैठा सकें।